कोई कहता इसे इंडिया तो कोई कहता इसे हिंदुस्तान है कोई कहता इसे इंडिया तो कोई कहता इसे हिंदुस्तान है
हे भारत की पावन भूमि तू जीसस अल्लाह भगवान है। हे भारत की पावन भूमि तू जीसस अल्लाह भगवान है।
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।
हिंदी ही नहीं, ये भारत मां के , माथे की बिंदी है। हिंदी ही नहीं, ये भारत मां के , माथे की बिंदी है।
उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है। उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है।
कविता है तो कवि है ,कवि है तो कविता जीवन की लय समझाती है जीवन सरिता। मधुरिम मधुरिम कविता है तो कवि है ,कवि है तो कविता जीवन की लय समझाती है जीवन सरिता। म...